A REVIEW OF SHIV CHAISA

A Review Of Shiv chaisa

A Review Of Shiv chaisa

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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

नित्त नेम कर प्रातः ही, shiv chalisa in hindi पाठ करौं चालीसा।

ब्रह्मा विष्णु सदा Shiv chaisa शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...

पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।

मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

It truly is thought that common chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the facility to remove every one of the obstacles and issues from one’s life.

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